रेडियो का विकास / Development of Radio

रेडियो का विकास / Development of Radio

    *    1931 में ‘जोसेफ हेनरी’ ने एक मील तक संदेश भेजा।

    *    1876 में अमेरिका के अलेक्जेण्डर ग्राह्म बेल ने 1876 में ध्वनि की विद्युत चुम्बकीय तरंगों  के माध्यम से  संदेश  प्रणाली का विस्तार किया।

    *    1897 में ‘मार्काेनी’ ने इंग्लैण्ड में ‘वायरलेस टेलीग्राफ एण्ड सिग्नल कम्पनी’ लिमिटेड की स्थापना की।

    *    1918 में न्यूयार्क में विश्व का पहला रेडियो स्टेशन आरंभ हुआ।

    *    1920 में मार्कोनी ने चैम्सफोर्ड (इंग्लैण्ड) से रेडियो प्रसारण आरंभ हुआ। 

    *    02 नवम्बर 1920 को विश्व का प्रथम व्यवसायिक केन्द्र पिट्सबर्ग (रूस) में आरंभ हुआ। 

    *    1922 में ब्रिटिष ब्रॉडकास्टिग कॉर्पोरेशन बीबीसी की स्थापना की गई।

    *    1925 में माइक्रोफोन से पहली रिकॉर्डिंग की गई।

    *    1931 में बेल टेलीफोन लेबोरेट्रीज में पहली स्टीरियो रिकॉर्डिंग की गई।

    *    1948 मे ट्रांजिस्टर की शुरूआत हुई।

    *    1962 में विश्व का प्रथम स्टीरियो एफएम रेडियो आरंभ हुआ।

    *    1975 में डिजिटल रिकॉर्डिंग आरंभ हुई।

  भारत में रेडियो का विकास / Development of Radio in India

    *    1895 में इटली के वैज्ञानिक ‘गुगलीनो मारकोनी’ ने बेतार संकेतों को इलेक्ट्रोमैग्नेटिक हार्टीजियन तरंगों  द्वारा प्रसारित करने में सफलता हासिल कर रेडियो की अवधारणा को जन्म दिया। 

    *    भारत में सर्वप्रथम टू-वेब हैम रेडियो की शुरूआत ‘मुकुल बोस’ ने वर्ष 1922 में की थी।

    *    1924 में मद्रास में प्रेसीडेन्सी क्लब की स्थापना की गई। 

    *    23 जुलाई 1927 को ‘लार्ड इरविन’ ने इंडियन ब्रॉडकास्टिग कंपनी / IBC की स्थापना हुई।

    *    मई 1928 में मद्रास तथा कलकत्ता में रेडियो क्लब की स्थापना हुई।

    *    1930 में औपनिवेशिक सरकार (उद्योग एवं श्रम विभाग) ने रेडियो प्रसारण सेवा को अपने अधिकार में ले लिया।

    *    08 जून 1936 में इण्डियन ब्रॉडकास्टिंग सर्विस का नाम बदलकर ‘ऑल इंडिया रेडियो / एआईआर कर दिया गया।

    *    1936 में मिस्टर गायस्टर (बीबीसी के ब्रॉडकास्ट/प्रसारण विशेषज्ञ) को ऑल इंडिया रेडियो का प्रथम निदेशक बनाया गया।

    *    द्वितीय विश्व युद्ध का आरंभ होने पर भारत में सभी रेडियो के लाइसेन्स रद्द कर दिए गए।

    *    1940 में ‘ए.एस. बुखारी’ को ‘ऑल इंडिया रेडियो’ का प्रथम भारतीय निदेशक बनाया गया।

    *    नवम्बर 1941 में रेडियो जर्मनी से नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने भारतीयों के नाम संदेश दिया।

    *    27 अगस्त 1942 को ‘बॉम्बे क्रॉनिकल इंस्टीट्यूट बायकुला’ के प्रिंसिपल ‘नारीमन प्रिंटर’ ने ‘नेशनल कॉग्रेस रेडियो’ का प्रसारण शुरू किया।

    *    ‘नेशनल कॉग्रेस रेडियो’ की प्रथम उद्घोषक ‘ऊषा मेहता’ थीं।

    *    12 नवम्बर 1942 को नारीमन प्रिण्टर और ऊषा मेहता को गिरफ्तारी के साथ ही ‘नेशनल कॉग्रेस रेडियो का प्रसारण बंद कर दिया गया।

    *    1947 में स्वतंत्रता तक भारत में कुल 9 रेडियो स्टेषन थे, जो बंटवारे में के बाद 6 भारत में रहे (दिल्ली, बम्बई, कलकत्ता, मद्रास, तिरूचरापल्ली, लखनऊ) व 3 पाकिस्तान में चले गये (लाहौर, इस्लामाबाद, ढाका)। 

    *    03 अक्टूबर 1957 को विविध भारती सेवा का आरंभ हुआ ( 1925 में श्रीलंका में स्थापित ‘रेडियो सीलोन’ के प्रभाव को कम करने के लिए)।

    *    21 जुलाई 1969 को तात्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी के कार्यकाल में ‘युववाणी’ कार्यक्रम आरंभ हुआ।

    *    23 जुलाई 1977 को भारत में पहली बार एफएम का प्रायोगिक तौर पर प्रसारण ‘मद्रास’ में आरंभ हुआ

    *    18 मई 1988 को रात्रिकालीन सेवा का आरंभ हुआ।

    *    1993 में टाइम्स एफएम (रेडियो मिर्ची) अहमदाबाद से आरंभ हुआ।

    *    15 अगस्त 1993 से समाचार सेवा प्रभाग ने हिन्दी समाचार-पत्र का आरंभ किया।

    *    1995 मे उच्चतम न्यायालय ने हवाई तरंगों पर सरकारी एकाधिकार को समाप्त कर दिया।

       23 नवम्बर 1997 को ‘प्रसार भारती’ का गठन किया गया।  

    *    प्रसार भारती गठन ‘वीजी वर्गीज’ समिति की अनुषंसा पर किया गया था।

    *    2001 में देश पहला निजी एफएम ‘रेडियो सिटी’ बेंगलूरू से आरंभ हुआ।

    *    2002 में भारत सरकार ने शिक्षण संस्थाओं को कैम्पस में रेडियो स्टेशन खोलने की अनुमति दी गई।

    *    2005 में भारत सरकार ने रेडियो सैटेलाइट ‘हैमसेट’ लांच किया गया।

    *    16 नवम्बर 2006 को भारत सरकार ने स्वयं सेवी संस्थाओं को रेडियो स्टेशन खोलने की अनुमति दी गई।

    *    जनवरी 2019 में भारत सरकार ने निजी एफएम रेडियों चैनलों को आकाशवाणी के समाचार सुनाने की अनुमति दी गई।






Kapil Dev Prajapati

PhD in Journalism UGC-NET, M.Phil. in Mass Communication, MJC (Master in Journalism & and Communication), M.A.(Hindi Literature)

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